मुंबई की मलिन बस्तियों से लेकर खेलों की दुनिया तक की कहानी है क्रैक

लंबे समय बाद फ़िल्मों में वापसी के सवाल पर अर्जुन ने कहा कि वह इस बात को लेकर बहुत गंभीर हैं कि उन्हें किस तरह का काम करना है। मैं कभी दूर नहीं गया, मैं हमेशा यहीं रहा हूं।

Feb 20, 2024 - 16:16
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मुंबई की मलिन बस्तियों से लेकर खेलों की दुनिया तक की कहानी है क्रैक
मुंबई की मलिन बस्तियों से लेकर खेलों की दुनिया तक की कहानी है क्रैक

फ़िल्म “क्रेक -जीतेगा तो जियेगा भी” एक स्पोर्ट्स एक्शन फिल्म है, जो आदित्य दत्त द्वारा सह-लिखित और निर्देशित है और “एक्शन हीरो फिल्म्स” के बैनर पर विद्युत जामवाल द्वारा निर्मित है। इस फ़िल्म में एमी जैक्सन, नोरा फ़तोही के साथ अर्जुन रामपाल विलेन की भूमिका निभा रहे हैं। यह एक ऐसे खिलाड़ी की कहानी है जो मुंबई के स्लम एरिया से निकलकर खेलों की दुनिया में पहुँचता है। इस फ़िल्म में ज़बरदस्त एक्शन के साथ साथ ख़तरनाक स्टंट भी है। जयपुर में आज फ़िल्म के प्रमोशन के दौरान विद्युत जामवाल ने कहा कि यह मुंबई की झुग्गियों में होने वाले एक्स्ट्रीम स्पोर्ट्स और जज्बे की कहानी है। उन्होंने कहा कि वो एक ट्रेंड कलारिपट्टू मार्शल आर्टिस्ट हैं और पेशे से एक एक्शन स्टंट मैन भी हैं। मुझे स्टंट करने की प्रेरणा आसपास के लोगों से मिलती है जो ट्रेन में ठस कर खड़े या छत पर बैठे होते हैं। चार लोगों की फैमिली जब एक ही बाइक सवार होती है। बस पकड़ने के लिए लोग बेतहाशा दौड़ते चले जाते हैं, ये सब वो करते हैं बिना किसी ट्रेनिंग और बिना किसी हार्नेस के। ऐसे ही डेयरडेविल्स को क्रैक कहा जाता है, ऐसे हो लोगों को मैं अपनी फिल्म और सॉन्ग डेडिकेट करता हूँ। उन्होंने कहा कि इस फ़िल्म में एमी जेक्शन एक ऑफिसर के किरदार में नजर आएंगी, जिसका मुख्य मकसद घातक गेम ‘मैदान’ को रोकना है। गेम मास्टर अर्जुन रामपाल हैं, जिन्होंने गेम के लिए नियम निर्धारित किया है जो है “जीतेगा तो जियेगा”।

अपनी सफलता के राज की बात पर विद्युत जामवाल ने बताया कि “मैं जिससे भी मिलता हूं, बहुत खुशी से मिलता हूं, और जब आपको किसी से मिलने पर खुशी होती है। साथ ही आनंद आने लगता है, तो दुनिया सही हो जाती है। साथ ही अभिनेता विद्युत जामवाल ने कहा कि, हमेशा स्टेप बाय स्टेप आगे बढ़े, और जितना हो सके सीढ़ियों से चढ़े, ना की लिफ्ट से, उसके बाद आपको सफलता मिलती जाएगी।”

इस फ़िल्म  के लिए सात इंटरनेशनल एक्शन डायरेक्टर्स एकजुट हुए हैं। आखिर इसकी जरूरत क्यों पड़ी का जवाब देते हुए विद्युत ने कहा कि फ़िल्म के एक्शन सिक्वेंस को बेहतर बनाने के लिए स्ट्रेटेजिक स्ट्रेप उठाते हुए हमने स्पेन, साउथ अफ़्रीका, इटली,जर्मनी और कई अन्य देशों से सात दूरदर्शी इंटरनेशनल कोरियोग्राफ़र्स की टीम को इकट्ठा किया है। ये दुनिया के बेस्ट एक्शन डॉइरेक्टर्स हैं जिन्होंने इंटरनेशनल लेवल पर काम किया है। ख़तरों से निपटने के सालों के अनुभव के साथ वे यह जानते है कि सींस को सुरक्षित और सटीकता के साथ कैसे व्यवस्थित किया जाए। इस फिल्म को लेकर विद्युत ने कहा था कि इस समय जैसी परिस्थितियां हैं, हमें अपनी सीमाओं को लांघना होगा। ऐसा काम करना होगा, जो बिल्कुल नया हो।

फिल्‍म के एक्शन पर बोलते हुए अर्जुन रामपाल ने कहा, “मैंने अपने सभी स्टंट खुद करने की कोशिश की है. यह शारीरिक रूप से सबसे चुनौतीपूर्ण फिल्मों में से एक रही.”। प्रामाणिकता की खोज में अभिनेता को चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि आदित्य दत्त द्वारा निर्देशित फिल्म में हाई ऑक्टेन स्टंट और एक्शन की शूटिंग के दौरान उन्हें स्लिप डिस्क का सामना करना पड़ा। इसके चलते शूटिंग को दो से तीन सप्ताह के लिए रोकना पड़ा। क्रैक ने मेरी सारी हड्डियां तोड़ दी, अपने सह-कलाकार विद्युत के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “जब आप विद्युत से मिलते हैं, और आप उसे गले लगाते हैं और उसकी मांसपेशियों को महसूस करते हैं. आपको ऐसा लगता है, यह इतनी ऊर्जा लाता कहाँ से है। अर्जुन ने सेट पर प्रशिक्षित एथलीटों की तारीफ करते हुए कहा, “हमें सेट पर पूरे देश से प्रशिक्षित एथलीट मिले, और मैं उनसे इतना प्रेरित हुआ कि मैं लगातार खुद को आगे बढ़ा रहा था.”।

लंबे समय बाद फ़िल्मों में वापसी के सवाल पर अर्जुन ने कहा कि वह इस बात को लेकर बहुत गंभीर हैं कि उन्हें किस तरह का काम करना है। मैं कभी दूर नहीं गया, मैं हमेशा यहीं रहा हूं। बात सिर्फ इतनी है कि मैं अपनी फिल्में सोच-समझकर चुनता हूं क्योंकि जल्दबाजी में लिए गए फैसले अक्सर अच्छे नहीं होते। मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि मैं जो भी काम करूं, वह दर्शकों से जुड़े।''
इस फिल्म में खलनायक की भूमिका निभाने के बारे उन्होंने कहा ''खलनायक भी एक इंसान होता है, उनकी अपने इमोशन्स, अपनी परेशानी और क्रैकिंग प्वाइंट होता है। उस इमोशन को खोजना मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मैंने इस किरदार के फिलॉसफी को समझते हुए टीम के साथ कई दिन बिताए। मुझे बहुत खुशी है कि यह अच्छा हुआ और मुझे उम्मीद है कि दर्शक भी इस फिल्म और मेरे किरदार को अपना प्यार देंगे।''