जिम्मी शेरगिल स्टारर 'आज़म ' स्ट्रीम ओटीटी पर रिलीज

आजम  रहस्य और रोमांच से भरपूर फ़िल्म है जो अंत तक आपको बांधे रखेगी. फ़िल्म माफिया डॉन नवाब खान द्वारा छोड़ी गई उत्तराधिकार की लड़ाई की पृष्ठभूमि पर बनी है

जिम्मी शेरगिल स्टारर  'आज़म ' स्ट्रीम ओटीटी पर रिलीज
जिम्मी शेरगिल स्टारर 'आज़म ' स्ट्रीम ओटीटी पर रिलीज
अभिनेता जिम्मी शेरगिल किरदारों और फ़िल्मों के लिए बहुत पैशनेट रहते हैं। उनके करियर में क्राइम और गैंगवार फ़िल्में स्पेशल रही हैं। पिछले साल रिलीज फ़िल्म फ़िल्म आज़म को फ़िल्म क्रिटिक्स  के साथ ही उनके फैंस को भी बहुत पसंद आयी थी फ़िल्म समीक्षकों ने फ़िल्म आजम की  बढ़िया रेटिंग के साथ जमकर तारीफ की थी अब  मुंबई के अपराध जगत की परतें उधेड़ती धमाकेदार फ़िल्म 'आज़म' अब स्ट्रीम ओटीटी पर रिलिज़ हो गयी हैं।
 
फ़िल्म में  अभिनेता जिम्मी शेरगिल का एक नया और अनोखा अंदाज हैं. फ़िल्म में जिम्मी शेरगिल का लुक बहुत प्रभावित करता हैं  फ़िल्म में जिम्मी शेरगिल के अलावा अभिमन्यु सिंह और इंद्रनील सेनगुप्ता भी अहम किरदार निभाया हैं. 
 
आजम  रहस्य और रोमांच से भरपूर फ़िल्म है जो अंत तक आपको बांधे रखेगी. फ़िल्म माफिया डॉन नवाब खान द्वारा छोड़ी गई उत्तराधिकार की लड़ाई की पृष्ठभूमि पर बनी है जो अपने पांच साथियों के माध्यम से शहर को नियंत्रित और लोगों में खौफ पैदा कर उन पर राज करता है.
 
बीएमएक्स मोशन पिक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड और डीबीएक्स मोशन फ़िल्म एलएलपी की प्रस्तुति 'आज़म' मुम्बई अंडरवर्ल्ड के काले चेहरे को उजागर करती है और अपराध जगत की तह में जाकर माफियाओं के क्रूर  चेहरों को दिखाती है. श्रवण तिवारी निर्देशित 'आज़म' में विवेक घमांडे, गोविंद नामदेव, रज़ा मुराद, सयाजी राव शिंदे, अली ख़ान, अनंग देसाई , शिशिर शर्मा , संजीव त्यागी और मुश्ताक खान भी सशक्त किरदार निभाए हैं.
 
'आज़म' की थीम अंडरवर्ल्ड की स्याह दुनिया की डरावने अक्स को प्रस्तुत करता है जिसमें एक्शन, रहस्य और रोमांच का भरपूर तड़का है. ओटीटी पर रिलीज होने के बाद क्राइम थ्रिलर फिल्में देखने के शौकीन लोगों को 'आज़म' एक बढ़िया विकल्प होगी । 
 
जिम्मी शेरगिल बताते  हैं, "मैं बहुत खुश हूँ की फ़िल्म आज़म ओटीटी पर रिलीज हो रही यह मेरे लिए बहुत ही ख़ास फ़िल्म हैं। फ़िल्म में मैं शहर के सबसे ताकतवर डॉन नवाब खान के निकटतम करीबी जावेद का रोल निभा रहा हूं. जावेद का किरदार बेहद जटिल किस्म का है जिसमें नकारात्मक का अक्स भी देखने को मिलेगा. मुझे इस किरदार की मानसिकता और मनोदशा को पर्दे पर पेश करते हुए काफ़ी मज़ा आया."
 
निर्देशक श्रवण तिवारी कहते हैं, "आज़म अब तक के फिल्मी करियर की सबसे महत्वाकांक्षी फ़िल्म है. एक सशक्त कहानी को रोमांचक अंदाज़ में पेश करने को लेकर मैं बेहद उत्साहित हूं. फ़िल्म में अपराध की दुनिया के साथ-साथ रहस्य और रोमांच की दर्शकों को पसंद आता हैं. 
 
फ़िल्म में दिखाया गया है कि नवाब के बेटे क़ादर अपने पिता के कारोबार के जायज वारिस होते हैं, मगर वो अपने गुर्गे जावेद के कहने पर अपने पिता के तमाम साथियों को एक-एक कर खत्म करने की योजना बनाते हैं. लेकिन क़ादर की यह साजिश नाकाम साबित होती है क्योंकि उनके गिरोह के सदस्य गैंगवॉर को लेकर अपनी अलग योजना पर काम कर रहे होते हैं. इस सबके बीच शहर के डीसीपी जोशी शहर में गैंगवार को रोकने के लिए तमाम तरह के प्रयास करते हैं. आज़म  की कहानी वर्चस्व और ताकत को पाने की लड़ाई हैं एक रात में तय होगा की मुंबई का अगला आज़म कौन होगा ।