पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के मेगास्टार गिप्पी ग्रेवाल और बिन्नू ढिल्लों ने अपनी फिल्म मौजा ही मौजा का जयपुर में किया प्रमोशन

पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के मेगास्टार गिप्पी ग्रेवाल और बिन्नू ढिल्लों ने अपनी फिल्म मौजा ही मौजा का जयपुर में किया प्रमोशन
पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के मेगास्टार गिप्पी ग्रेवाल और बिन्नू ढिल्लों ने अपनी फिल्म मौजा ही मौजा का जयपुर में किया प्रमोशन

पंजाबी फ़िल्म “मौजा ही मौजा” एक मज़ेदार कॉमेडी फ़िल्म है जो तीन दिव्यांग दोस्तों की कहानी पर बनाई गई है। इस फ़िल्म में डीफ़, डम्ब व ब्लाइंड तीन मुख्य किरदार हैं जो आपस में भाई हैं और वे अपनी बहन की शादी को लेकर परेशान है। वे अच्छे परिवार में अपनी बहन की शादी के लिए ख़ुद को सही बताते हैं और अपनी शारीरिक कमियों को छुपाने की कोशिश करते रहते हैं। फ़िल्म की कहानी इन्हीं के इर्द-गिर्द बुनी गई है। यह कहना है पंजाबी फ़िल्म इंडस्ट्री के मशहूर गायक व अभिनेता गिप्पी ग्रेवाल का जो आज जयपुर के मिराज सिनेमा में फ़िल्म के प्रमोशन के लिए मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस फ़िल्म में आपको शानदार कॉमेडी, दमदार अभिनय व मेलोडी से भरा संगीत देखने - सुनने को मिलेगा। फ़िल्म में उनके साथ पंजाबी फ़िल्मों के मेगा स्टार बिन्नू ढिल्लों व करमजीत अनमोल भी काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हिन्दी क्षेत्र के लिए मैं कोई नया नहीं हूँ। क्योंकि पंजाबी के साथ मैंने कई हिन्दी फ़िल्मों में भी अभिनय किया है और फिर आजकल फ़िल्म की लैंग्वेज कोई मायने नहीं रखती। कहानी अच्छी होगी तो फ़िल्म चलेगी फिर कोई भी भाषा क्यों न हो। उनका कहना था कि कॉमेडी व इमोशन की कोई भाषा नहीं होती, यह लोगों के दिल को छूती है। आज का दर्शक सब भाषाओं की अच्छी फ़िल्मों को देखना पसंद करता है और फिर पंजाबी तो समूचे देश की भाषा है। उन्होंने बताया कि पंजाबी फ़िल्में पारिवारिक होती हैं जिन्हें बच्चे से लेकर दादा तक एक साथ बैठकर देख सकते हैं। यह बाण्डिंग आपको सिर्फ़ पंजाबी सिनेमा में ही देखने को मिलेगा। हम अपने सिनेमा के माध्यम से न्यूक्लियर फ़ैमिली को फिर से संयुक्त परिवार में वापस बदलने की कोशिश कर रहे हैं। ईस्ट सनशाइन प्रोडक्शन की इस फ़िल्म के निर्माता अमरजीत ग्रेवाल हैं और इसका निर्देशन समीप काँग ने किया है। फ़िल्म के निर्माता अमरजीत ग्रेवाल ने कहा कि यह तो उनकी अभी शुरुआत भर है। उनके पास दर्शकों के मनोरंजन के लिए बहुत प्रोजेक्ट पाइपलाइन में है जिन पर शीघ्र ही फ़िल्मों का निर्माण होगा। पंजाब से बाहर हिन्दी पट्टी में फ़िल्म के प्रमोशन के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब भाषाएँ कोई सीमा नहीं रह गई है। पंजाबी तो समूचे नार्थ में बोली व समझी जाती है। पंजाबी म्यूज़िक के जितने दीवाने पंजाब में है उससे कहीं ज़्यादा पंजाब के बाहर हैं। पंजाबी तो आसनी से समझ आने वाली भाषा है और सभी इसे प्यार करते हैं। राजस्थान व ख़ासकर जयपुर में तो पंजाबी को प्यार करने वाले बहुत हैं। हमें आपके बीच आकर बिलकुल भी अजनबीपन नहीं लगा बल्कि यहाँ आपकी मौहब्बत ने हमारा हौसला बढ़ाया है। अब हम हर पंजाबी फ़िल्म को लेकर यहाँ आयेंगे। आपका प्यार हमें कामयाबी दिलाएगा, ऐसी हमें उम्मीद है। फ़िल्म “मौजा ही मौजाँ” 20 अक्टूबर को प्रदर्शित हो रही है।